ISLAM IS THE RELIGION OF ALL TERRIOST ------WHY
WHY ALL TERRORIST BELONGS TO RELIGION KNOWN AS ISLLAM.
आतंकवाद की परिभाषा :- आतंक का अर्थ होता है घबराहट , डर , भय अब यदि आतंक के साथ वादी लगा दिया जाये तो वो आतंकवादी बन जाता है यानि भय का जन्म दाता , डर को बढ़ावा देने वाला लोगों में अपना डर पैदा करने वाला ही आतंकवादी कह लाता है निर्दोष लोगों की हत्या करने वाला आतंकवादी कहलाता है अब प्रश्न यह पैदा हो जाता है के आखिर मुसलमान ही आतंकवादी कैसे ?
आतंकवादी संगठन चाहे वो “ISIS” हो
आतंकवादी संगठन चाहे वो”अल-कायदा” हो
आतंकवादी संगठन चाहे वो “लश्कर-ए-तैयबा/पास्बां-ए-अहले हदीस” हो
आतंकवादी संगठन चाहे वो “जैश-ए-मोहम्मद/तहरीक-ए-फुरकान” हो
आतंकवादी संगठन चाहे वो “हरकत-उल-मुजाहिद्दीन/हरकत-उल-अंसार/हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी
दीनदार अंजुमन” हो
आतंकवादी संगठन चाहे वो “अल शबाब” हो
यह सब एक ही जाती के जानवर हैं जो मानवता जाती पर अत्याचार करना अपना कर्तव्य समझते है और इन जैसे सभी आतंकी संगठननो की एक ही विचार धारा होती है वो है के हम जो कर रहें हैं वही सत्य है हम जैसा करते है वो सही करते हैं। यदि इस्लाम आतंकवाद को बढ़ावा देता तो इस्लाम के धर्म गुरु इस के खिलाफ अपना विरोध दर्ज नही कराते
all muslim who never say any word against terrorist should also be treated as terrorist.
due to that they generated them again and again.
PRESENTLY TERRORISM BECOME A GLOBAL PROBLEM (DUE TO ISLLAM AND THEIR FOLLOWER ONLY)
TRUTH NEVER DEMAND FACTS
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